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शेयर बाज़ार की 4 बड़ी गलतियाँ जो आपका पैसा डुबा सकती हैं! जानें इनसे बचने का तरीका

शेयर बाज़ार पैसा बनाने की एक बेहतरीन जगह है, लेकिन कई निवेशक कुछ आम गलतियाँ करके अपना ही नुकसान कर बैठते हैं। जानें वो कौन सी गलतियाँ हैं और आप उनसे कैसे बच सकते हैं।

शेयर बाज़ार की 4 बड़ी गलतियाँ जो आपका पैसा डुबा सकती हैं! जानें इनसे बचने का तरीका

शेयर बाज़ार में निवेश करना आज पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो गया है। हर कोई चाहता है कि उसका पैसा बढ़े और भविष्य सुरक्षित हो। लेकिन अक्सर देखा गया है कि retail investors कुछ ऐसी आम गलतियाँ कर बैठते हैं, जिनसे उन्हें फायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ता है।

यह लेख उन चार सबसे बड़ी गलतियों के बारे में है जो नए और पुराने, दोनों तरह के निवेशक अक्सर करते हैं। इन्हें समझकर और इनसे बचकर आप अपने investment के सफर को ज़्यादा सुरक्षित और सफल बना सकते हैं।

1. ‘Hot Tips’ और अफवाहों पर आँख बंद करके पैसा लगाना

”भाई, ये stock ले ले, 1 महीने में double हो जाएगा!” - ऐसी बातें आपने WhatsApp, Telegram groups या दोस्तों से ज़रूर सुनी होंगी। इन्हें ‘hot tips’ कहते हैं। बिना किसी research के इन टिप्स पर पैसा लगाना शायद सबसे बड़ी गलती है।

यह खतरनाक क्यों है?

  • Pump and Dump: कई बार कुछ लोग मिलकर किसी छोटे stock के बारे में अफवाह फैलाते हैं, उसकी कीमत बढ़ाते हैं (pump), और जब आम निवेशक उसे खरीदने लगते हैं, तो वे अपना माल ऊँची कीमत पर बेचकर निकल जाते हैं (dump)। इससे retail investors को भारी नुकसान होता है।
  • अधूरी जानकारी: आपको यह नहीं पता होता कि टिप देने वाले ने खुद निवेश किया है या नहीं, और उसकी अपनी क्या मंशा है।

कैसे बचें? हमेशा अपनी research करें। किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसके fundamentals (जैसे कि कंपनी क्या करती है, उसका मुनाफा कैसा है, उस पर कर्ज कितना है) को समझें। किसी की सलाह पर नहीं, अपनी समझ पर निवेश करें।

2. अपने Portfolio को Diversify न करना

कल्पना कीजिए कि आपने अपनी सारी जमा-पूँजी सिर्फ एक ही कंपनी के stock में लगा दी। अगर वह कंपनी किसी वजह से डूब गई, तो आपका सारा पैसा भी डूब जाएगा। इसी को कहते हैं ‘lack of diversification’।

Diversification का मतलब है अपने पैसों को अलग-अलग stocks, अलग-अलग sectors (जैसे- IT, banking, pharma, FMCG) और अगर संभव हो तो अलग-अलग asset classes (जैसे- stock, gold, mutual funds) में बाँटना।

एक टोकरी जिसमें कई तरह के फल हैं और दूसरी में सिर्फ एक, यह Portfolio Diversification के महत्व को दर्शाता है।

यह क्यों ज़रूरी है? Diversification आपके जोखिम को कम करता है। अगर एक sector या stock अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो दूसरे sector या stock से मिला return आपके portfolio को संभाल सकता है। यह आपके portfolio में संतुलन बनाए रखता है।

3. रातों-रात अमीर बनने के चक्कर में Overtrading करना

बाज़ार जब तेज़ी से ऊपर जाता है, तो कई लोगों में ‘FOMO’ (Fear Of Missing Out) यानी पीछे छूट जाने का डर पैदा होता है। वे ऐसे stocks के पीछे भागते हैं जो हाल ही में बहुत अच्छा return दे चुके हैं, जिन्हें ‘multibagger’ कहा जाता है।

इस लालच में आकर निवेशक अक्सर ऊँची कीमतों पर stock खरीद लेते हैं और फिर दाम गिरने पर फँस जाते हैं। इसके अलावा, जल्दी-जल्दी मुनाफा कमाने के चक्कर में लोग बहुत ज़्यादा खरीद-बिक्री (overtrading) करने लगते हैं।

Overtrading से क्या नुकसान है?

  • High Costs: हर trade पर आपको brokerage, STT (Securities Transaction Tax) और दूसरे charges देने पड़ते हैं। ज़्यादा trading से ये खर्चे बढ़ जाते हैं और आपका मुनाफा कम हो जाता है।
  • गलत फैसले: जल्दी-जल्दी trade करने से आप long-term strategy पर ध्यान नहीं दे पाते और अक्सर गलत समय पर खरीद-बिक्री कर बैठते हैं।

कैसे बचें? एक long-term निवेश की रणनीति बनाएँ और उस पर टिके रहें। अच्छी कंपनियों में निवेश करें और उन्हें बढ़ने का समय दें।

4. डर और लालच में आकर निवेश करना (Emotional Investing)

शेयर बाज़ार में उतार-चढ़ाव आना स्वाभाविक है। लेकिन कई निवेशक इन उतार-चढ़ावों पर भावनाओं में बहकर प्रतिक्रिया देते हैं, जो कि बहुत खतरनाक है।

  • डर (Fear): जब बाज़ार तेज़ी से गिरता है (market crash), तो लोग डरकर अपने अच्छे-खासे stocks भी नुकसान में बेच देते हैं। इसे ‘Panic Selling’ कहते हैं। बाद में जब बाज़ार वापस ऊपर आता है, तो वे उस recovery का फायदा नहीं उठा पाते।
  • लालच (Greed): जब बाज़ार बहुत तेज़ी से ऊपर जा रहा होता है (bull run), तो लोग लालच में आकर किसी भी कीमत पर निवेश करने लगते हैं, यह सोचे बिना कि stock महंगा है या सस्ता।

एक रोलरकोस्टर पर बैठे निवेशक की तस्वीर, जो बाज़ार के उतार-चढ़ाव में डर और लालच की भावनाओं को दर्शाती है।

कैसे बचें? एक अनुशासित (disciplined) निवेशक बनें। बाज़ार गिरने पर घबराएँ नहीं, बल्कि इसे अच्छी कंपनियों में कम दाम पर निवेश करने का एक मौका समझें। और जब बाज़ार बहुत चढ़ गया हो, तो ज़रूरत से ज़्यादा उत्साहित होकर गलत फैसले न लें। अपनी निवेश योजना पर टिके रहना ही सफलता की कुंजी है।

निष्कर्ष

शेयर बाज़ार से पैसा कमाना मुश्किल नहीं है, लेकिन इसके लिए अनुशासन और सही जानकारी की ज़रूरत होती है। इन चार आम गलतियों से बचकर आप न सिर्फ अपने नुकसान को कम कर सकते हैं, बल्कि एक सफल निवेशक बनने की राह पर भी आगे बढ़ सकते हैं। याद रखें, जल्दी अमीर बनने की कोई स्कीम नहीं होती; धैर्य और समझदारी से किया गया निवेश ही लंबे समय में अच्छा फल देता है।


यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है और इसे निवेश की सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले कृपया अपनी खुद की research करें या किसी सर्टिफाइड फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह लें।

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