market-news By Neelam

Axis बैंक के खराब नतीजों ने गिराया बाजार, Sensex 500 अंक टूटा, Nifty 25,000 के नीचे

शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। Axis बैंक के निराशाजनक तिमाही नतीजों के कारण बैंकिंग शेयरों में तेज बिकवाली हुई, जिससे Sensex 500 से अधिक अंक गिर गया और Nifty 25,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।

Axis बैंक के खराब नतीजों ने गिराया बाजार, Sensex 500 अंक टूटा, Nifty 25,000 के नीचे

बाजार में बड़ी गिरावट: क्या हुआ और क्यों?

शुक्रवार, 18 जुलाई 2025, भारतीय शेयर बाजार के लिए एक खराब दिन रहा। देश के main indices, BSE Sensex और NSE Nifty, लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। दिन के आखिर में, Sensex 501.51 अंक (0.61%) गिरकर 81,757.73 पर और Nifty 143.05 अंक (0.57%) फिसलकर 24,968.40 पर बंद हुआ। इस बड़ी गिरावट का सबसे बड़ा कारण private sector के दिग्गज Axis बैंक के उम्मीद से कमजोर quarterly results थे, जिसने पूरे बैंकिंग सेक्टर में बिकवाली का दबाव बना दिया।

गिरावट के पीछे की कहानी: Axis बैंक का झटका

बाजार की शुरुआत से ही माहौल थोड़ा कमजोर था, लेकिन जैसे ही Axis बैंक के पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे आए, बिकवाली तेजी से बढ़ गई।

Axis बैंक के नतीजों ने किया निराश: Axis बैंक ने जून तिमाही में मुनाफे में लगभग 3% की गिरावट दर्ज की। इससे भी बड़ी चिंता का विषय बैंक के provisions में बढ़ोतरी और asset quality में आई कमजोरी थी। इन नतीजों ने investors को निराश किया और Axis बैंक का शेयर NSE पर 5.24% की भारी गिरावट के साथ बंद हुआ, जो Nifty 50 का top loser भी था।

बैंकिंग Stocks में भारी बिकवाली: Axis बैंक की कमजोरी का असर दूसरे बड़े बैंकों पर भी पड़ा। HDFC बैंक, Kotak Mahindra बैंक और SBI जैसे बड़े players भी लाल निशान में बंद हुए। अकेले इन चार बैंकों ने Sensex की गिरावट में करीब 391 अंकों का योगदान दिया। Nifty Bank index में 1.33% की बड़ी गिरावट आई, जो दिखाता है कि बिकवाली पूरे सेक्टर में फैली हुई थी।

एक ग्राफ जिसमें Nifty Bank Index नीचे की ओर जा रहा है और Axis Bank का स्टॉक मूल्य प्रमुख रूप से गिरता हुआ दिख रहा है।

गिरावट के 3 और बड़े कारण

हालांकि Axis बैंक के नतीजे गिरावट का सबसे बड़ा trigger थे, कुछ और factors ने भी बाजार के sentiment को कमजोर किया:

  1. FIIs की लगातार बिकवाली: Foreign Institutional Investors (FIIs) भारतीय बाजारों में लगातार बिकवाली कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, FIIs ने गुरुवार को भी ₹3,694.31 करोड़ के शेयर बेचे थे। High valuation और दूसरे उभरते बाजारों के आकर्षण के कारण FIIs का पैसा निकालना बाजार पर दबाव बना रहा है।

  2. Citi की डाउनग्रेड रिपोर्ट: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Citi ने भारतीय इक्विटी को ‘overweight’ से घटाकर ‘neutral’ कर दिया है। Citi ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारतीय बाजार 23x के फॉरवर्ड P/E पर trade कर रहा है, जो दूसरे बाजारों और इसके ऐतिहासिक औसत से काफी महंगा है। इस डाउनग्रेड ने भी निवेशकों के भरोसे को कम किया है।

  3. Global Uncertainty: हालांकि अमेरिकी बाजारों से संकेत पॉजिटिव थे, लेकिन अमेरिकी Federal Reserve की पॉलिसी और बढ़ती तेल की कीमतों को लेकर वैश्विक अनिश्चितता बनी हुई है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है।

Retail Investors के लिए क्या हैं इसके मायने?

बाजार में इस तरह की गिरावट अक्सर retail investors को परेशान करती है। यह गिरावट हमें कुछ जरूरी बातें सिखाती है:

  • Diversification का महत्व: आज की गिरावट ने दिखाया कि कैसे एक सेक्टर (बैंकिंग) पूरे बाजार को नीचे खींच सकता है। एक diversified portfolio, जिसमें अलग-अलग सेक्टर के stocks शामिल हों, इस तरह के झटकों को बेहतर तरीके से झेल सकता है।
  • Fundamental Analysis: सिर्फ stock की कीमत देखकर निवेश न करें। कंपनी के नतीजों, उसकी asset quality और भविष्य की योजनाओं का analysis करना जरूरी है। Axis बैंक का मामला इसका सटीक उदाहरण है।
  • धैर्य (Patience) रखें: बाजार में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है। घबराहट में आकर अपने अच्छे निवेश को न बेचें। अगर आपने मजबूत fundamentals वाली कंपनियों में निवेश किया है, तो धैर्य रखना बहुत जरूरी है।

एक रिटेल निवेशक अपने लैपटॉप पर स्टॉक मार्केट चार्ट देख रहा है, जिसमें चिंता और सोच के भाव हैं।

आगे क्या हो सकता है? इन 3 बातों पर रखें नजर

  • आने वाले Results: अगले हफ्ते HDFC बैंक और ICICI बैंक जैसे बड़े बैंकों के नतीजे आने वाले हैं। इन पर बाजार की पैनी नजर रहेगी। अगर उनके नतीजे भी कमजोर आते हैं, तो बैंकिंग शेयरों में और गिरावट देखी जा सकती है।
  • Nifty का Support Level: Nifty अब 25,000 के अहम मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया है। Technical analysts के अनुसार, 24,800-24,900 एक महत्वपूर्ण support zone है। अगर Nifty इससे भी नीचे फिसलता है, तो और कमजोरी आ सकती है।
  • FII का रुख: FIIs की बिकवाली का ट्रेंड जारी रहता है या वे खरीदार बनकर लौटते हैं, यह बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।

यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और निवेश पर सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपना खुद का research अवश्य करें।

Test Your Knowledge

Upstox Logo

Demat Account खोलें

अपना investment सफर शुरू करें – Upstox के साथ Low Brokerage और आसान trading।

₹0 AMC
₹20 Brokerage
Fast Account Opening
Advanced Charting

आज ही Account खोलें

Account खोलें

Disclaimer: मैं Upstox (AP2513041351) के साथ अधिकृत व्यक्ति हूँ।

Investments in the securities market are subject to market risks, read all the related documents carefully before investing.

Neelam

About Neelam

Neelam सरल शब्दों में market की जटिल जानकारी साझा करती हैं।

Related Articles

Bajaj Twins के कमजोर नतीजों ने बिगाड़ा बाजार का मूड, Sensex 700 अंक से ज्यादा टूटा

Bajaj Twins के कमजोर नतीजों ने बिगाड़ा बाजार का मूड, Sensex 700 अंक से ज्यादा टूटा

शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। Bajaj Finance और Bajaj Finserv के कमजोर तिमाही नतीजों के कारण Sensex और Nifty एक महीने के निचले स्तर पर बंद हुए। जानिए इस गिरावट की पूरी कहानी।

By Neelam
बाजार में शानदार वापसी: 3 दिन की गिरावट के बाद Sensex 447 अंक उछला, Nifty 24,800 के पार

बाजार में शानदार वापसी: 3 दिन की गिरावट के बाद Sensex 447 अंक उछला, Nifty 24,800 के पार

तीन दिनों की लगातार गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाज़ार ने आज ज़ोरदार वापसी की। Sensex 447 अंक उछला, जबकि Nifty 24,800 के पार बंद हुआ। जानिए इस तेज़ी के पीछे के मुख्य कारण और आगे निवेशकों को किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

By Neelam
IT शेयरों में भारी गिरावट: Sensex और Nifty क्यों टूटे और अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?

IT शेयरों में भारी गिरावट: Sensex और Nifty क्यों टूटे और अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?

गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। IT शेयरों में भारी बिकवाली और कमजोर तिमाही नतीजों के कारण Sensex और Nifty दोनों लाल निशान में बंद हुए।

By Neelam