लगातार 7वें दिन गिरा भारतीय शेयर बाज़ार: Investors अब क्या करें?
भारतीय शेयर market में selling का दबाव बना हुआ है। Sensex और Nifty लगातार सातवें trading session में लाल निशान में बंद हुए। जानिए इस गिरावट के पीछे के मुख्य कारण और retail investors को अब क्या करना चाहिए।

भारतीय शेयर market में सोमवार को भी selling का दबाव बना रहा और प्रमुख indices लगातार सातवें trading session में गिरावट के साथ बंद हुए। इस गिरावट के पीछे अमेरिका की protectionist policies, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार selling और घरेलू स्तर पर किसी positive संकेत की कमी जैसे बड़े कारण हैं।
आज, 29 सितंबर 2025 को, market एक बेहद volatile session का गवाह बना। दिन के कारोबार में indices हरे और लाल निशान के बीच झूलते रहे, लेकिन आखिर में selling pressure हावी हो गया।
BSE Sensex 61.52 अंक (0.08%) गिरकर 80,364.94 पर बंद हुआ। इसी तरह, NSE Nifty 50 index 19.80 अंक (0.08%) की मामूली गिरावट के साथ 24,634.90 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि यह गिरावट मामूली थी, लेकिन इसने market में मौजूद डर के माहौल को और मज़बूत कर दिया है।
इस बड़ी गिरावट के पीछे क्या कारण हैं?
Market experts का मानना है कि इस लगातार गिरावट के पीछे कई national और international factors ज़िम्मेदार हैं।
- विदेशी निवेशकों की Selling (FII Selling): Foreign Institutional Investors (FIIs) पिछले कई sessions से भारतीय market में लगातार बिकवाली कर रहे हैं। अमेरिकी bond yields में बढ़ोतरी और मज़बूत डॉलर के कारण FIIs भारत जैसे उभरते markets से अपना पैसा निकाल रहे हैं।
- अमेरिकी Protectionist Policies: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा H-1B वीज़ा शुल्क में वृद्धि और फार्मा इम्पोर्ट पर नए टैरिफ लगाने जैसे कदमों ने market sentiment को negative रूप से प्रभावित किया है। इससे IT और Pharma sector के stocks पर खास दबाव देखा गया है।
- Global Uncertainty: दुनिया भर के central banks द्वारा अपनाई जा रही सख़्त monetary policy और geo-political तनाव ने global growth की चिंताओं को बढ़ा दिया है, जिसका असर भारतीय market पर भी दिख रहा है।
- Positive Triggers की कमी: घरेलू मोर्चे पर, कोई भी बड़ा positive trigger नहीं है जो market को सहारा दे सके। तिमाही नतीजों का season अभी शुरू नहीं हुआ है, और investors आगे की दिशा के लिए संकेतों का इंतज़ार कर रहे हैं।
कौन से Sectors पर पड़ा सबसे ज्यादा असर?
आज के कारोबार में, IT और Pharma stocks में सबसे ज़्यादा दबाव देखा गया। हालांकि, Banking sector, ख़ास तौर पर PSU बैंकों ने कुछ मज़बूती दिखाई। Nifty Bank हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा, जिसने market को बड़ी गिरावट से बचाने में मदद की। Midcap और Smallcap indices में भी मिला-जुला रुख रहा, जहाँ BSE Midcap index में मामूली बढ़त देखी गई, वहीं Smallcap index लाल निशान में बंद हुआ।
Retail Investors क्या करें?
Market में इस तरह की लगातार गिरावट retail investors, खासकर नए निवेशकों के लिए चिंता की बात हो सकती है। ऐसे समय में घबराकर अपने investments को बेचना एक आम गलती है।
Experts की सलाह है कि investors को शांत रहना चाहिए और अपने financial goals पर focus करना चाहिए। यदि आपने अच्छी quality वाली कंपनियों में लंबी अवधि के लिए invest किया है, तो इस तरह के short-term उतार-चढ़ाव से घबराने की ज़रूरत नहीं है। असल में, यह गिरावट अच्छे stocks को डिस्काउंट पर अपने portfolio में जोड़ने का एक मौका भी हो सकती है।
Systematic Investment Plan (SIP) के ज़रिए निवेश करने वालों को अपना investment जारी रखना चाहिए, क्योंकि गिरावट के दौर में उन्हें उसी रकम में ज़्यादा units मिलती हैं।
आगे क्या उम्मीद करें?
- RBI की Monetary Policy: आने वाले हफ्तों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की monetary policy बैठक पर सभी की नज़रें होंगी। ब्याज दरों पर RBI का रुख market की अगली दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।
- FII के आंकड़े: FII की selling कब थमती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। जब तक वे net buyers नहीं बनते, market पर दबाव बना रह सकता है।
- Nifty के Technical Levels: Technical analysts के अनुसार, Nifty के लिए 24,500 एक महत्वपूर्ण support level है। यदि Nifty इस स्तर से नीचे जाता है, तो और गिरावट देखी जा सकती है। ऊपर की ओर, 24,800 एक immediate resistance level बना हुआ है।
- तिमाही नतीजे: अक्टूबर में शुरू होने वाले तिमाही नतीजों का season, market के लिए अगला बड़ा trigger होगा। कंपनियों का performance यह बताएगा कि अर्थव्यवस्था की ज़मीनी हकीकत क्या है।
यह लेख केवल जानकारी के लिए है और इसे निवेश की सलाह नहीं माना जाना चाहिए। निवेश से पहले हमेशा अपना खुद का research करें या किसी financial advisor से सलाह लें।
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