शेयर मार्केट 101: स्टॉक्स क्या हैं और यह कैसे काम करता है?
शेयर मार्केट की दुनिया में अपना पहला कदम रख रहे हैं? यह गाइड आपको स्टॉक्स, मार्केट के काम करने के तरीके और निवेश क्यों ज़रूरी है, इन सभी की बेसिक जानकारी देगी।

क्या आपने कभी TV पर Sensex और Nifty के हरे और लाल नंबर देखकर सोचा है कि आखिर यह सब क्या है? शेयर मार्केट (Share Market) अक्सर नए लोगों के लिए एक मुश्किल पहेली जैसा लगता है, लेकिन यह उतना भी कठिन नहीं है। असल में, यह लंबे समय में आपकी दौलत (wealth) बढ़ाने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
इस गाइड में, हम आपको बिलकुल शुरुआत से बताएँगे कि stock क्या होता है, शेयर मार्केट कैसे काम करता है, और कुछ ऐसे ज़रूरी शब्द जिनका सामना आप अक्सर करेंगे।
मुख्य बातें (Key Takeaways):
- Stock का मतलब: किसी भी public listed कंपनी में एक छोटी सी हिस्सेदारी। जब आप किसी कंपनी का stock खरीदते हैं, तो आप उसके मुनाफे और संपत्ति में हिस्सेदार बन जाते हैं।
- Share Market क्या है: यह एक बाज़ार है, जैसे सब्ज़ी मंडी, लेकिन यहाँ stocks की खरीद-बिक्री होती है। भारत में, National Stock Exchange (NSE) और Bombay Stock Exchange (BSE) दो मुख्य एक्सचेंज हैं।
- निवेश क्यों करें: Stocks में investment महंगाई (inflation) को मात देने और लंबे समय में दौलत बनाने में मदद करता है। यह आपके पैसे को आपके लिए काम पर लगाने जैसा है।
Stock क्या होता है? (What is a Stock?)
कल्पना कीजिए कि एक बड़ी कंपनी एक बड़े pizza की तरह है। जब वह कंपनी अपने business को बढ़ाने के लिए जनता से पैसा जुटाना चाहती है, तो वह इस pizza के छोटे-छोटे टुकड़े (slices) बेचती है। इन्हीं टुकड़ों को shares या stocks कहा जाता है।
जब आप किसी कंपनी का एक share खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के एक बहुत छोटे हिस्से के मालिक बन जाते हैं। इसके मालिक के तौर पर आपको कुछ अधिकार मिलते हैं:
- मुनाफे में हिस्सा: अगर कंपनी मुनाफा कमाती है, तो वह अपने शेयरधारकों (shareholders) को मुनाफे का एक हिस्सा दे सकती है, जिसे dividend कहते हैं।
- कीमत में बढ़ोतरी: अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है और भविष्य में उसके बढ़ने की उम्मीद होती है, तो उसके share की कीमत बढ़ जाती है। आप अपने share को ज़्यादा कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं, जिसे capital gain कहा जाता है।
Share Market कैसे काम करता है?
Share Market एक ऐसा platform है जहाँ खरीदार और विक्रेता stocks का trade करने के लिए एक साथ आते हैं। यह सब कुछ अब online होता है।
- कंपनियाँ (Companies): कंपनियाँ पैसा जुटाने के लिए Initial Public Offering (IPO) के ज़रिए पहली बार अपने shares जनता को बेचती हैं। एक बार list होने के बाद, इन shares को मार्केट में खरीदा और बेचा जा सकता है।
- निवेशक (Investors): आप और मेरे जैसे retail investors, जो shares खरीदते और बेचते हैं।
- स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchanges): ये वे प्लेटफॉर्म हैं जहाँ यह सारी खरीद-बिक्री होती है। भारत के दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज NSE (National Stock Exchange) और BSE (Bombay Stock Exchange) हैं।
- ब्रोकर (Brokers): आप सीधे एक्सचेंज से share नहीं खरीद सकते। आपको एक ब्रोकर (जैसे Zerodha, Angel One, Groww) के साथ एक Demat और Trading Account खोलना होता है, जो आपके और स्टॉक एक्सचेंज के बीच एक कड़ी के रूप में काम करता है।
Stock की कीमत demand और supply के नियम से तय होती है। अगर किसी stock को खरीदने वाले ज़्यादा हैं और बेचने वाले कम, तो उसकी कीमत बढ़ेगी। इसके विपरीत, अगर बेचने वाले ज़्यादा और खरीदने वाले कम हैं, तो कीमत गिरेगी।
Stocks में निवेश क्यों करें?
अपने पैसे को सिर्फ बैंक खाते में रखना उसे बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका नहीं है, क्योंकि समय के साथ महंगाई (inflation) आपके पैसे की value कम कर देती है।
- महंगाई को मात देना (Beating Inflation): ऐतिहासिक रूप से, equity investments ने लंबे समय में महंगाई से बेहतर returns दिए हैं। इसका मतलब है कि आपकी खरीदने की शक्ति समय के साथ कम नहीं होती, बल्कि बढ़ती है।
- दौलत बनाना (Wealth Creation): सही कंपनियों में लंबे समय तक निवेशित रहकर आप compounding की power का फायदा उठा सकते हैं। Compounding का मतलब है कि आप न सिर्फ अपने original investment पर, बल्कि उस investment से कमाए गए मुनाफे पर भी return कमाते हैं। यह आपके पैसे को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है।
- कंपनी की growth में हिस्सेदारी: जब आप किसी अच्छी कंपनी में निवेश करते हैं, तो आप उसकी सफलता का हिस्सा बन जाते हैं। जैसे-जैसे कंपनी बढ़ती है, आपके निवेश का मूल्य भी बढ़ता है।
मार्केट के कुछ बेसिक शब्द (Basic Market Terms)
शेयर मार्केट की खबरें पढ़ते या सुनते समय आपको ये शब्द अक्सर सुनाई देंगे:
- Bull Market (तेजी का बाज़ार): जब मार्केट में लगातार बढ़ोतरी हो रही हो और निवेशकों में आशावाद हो, तो उसे Bull Market कहते हैं। यह नाम इस विचार से आता है कि बैल (bull) अपने सींगों से ऊपर की ओर हमला करता है।
- Bear Market (मंदी का बाज़ार): जब मार्केट में लगातार गिरावट हो रही हो (आमतौर पर 20% या उससे अधिक) और निराशा का माहौल हो, तो उसे Bear Market कहते हैं। यह नाम इस विचार से आता है कि भालू (bear) अपने पंजों से नीचे की ओर वार करता है।
- Rally: यह कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का एक दौर है। यह Bull Market के दौरान या Bear Market में एक अस्थायी उछाल के रूप में हो सकती है।
- Correction (सुधार): यह मार्केट में एक छोटी गिरावट है, जो आमतौर पर अपने हाल के high से 10% तक होती है। इसे अक्सर एक बड़ी तेज़ी के बाद एक स्वस्थ सुधार माना जाता है।
शेयर मार्केट में निवेश करना एक मैराथन है, स्प्रिंट नहीं। इसमें धैर्य, अनुशासन और लगातार सीखने की ज़रूरत होती है। इन बेसिक बातों को समझकर, आप अपनी investment journey के लिए एक मज़बूत नींव रख सकते हैं।
यह लेख केवल जानकारी देने के लिए है और इसे निवेश की सलाह न समझें। Investment करने से पहले अपनी research ज़रूर करें।
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