US टैरिफ की खबर से बाजार में भारी गिरावट, Sensex 580 अंक टूटा, Nifty 24,600 के नीचे
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। US द्वारा भारतीय सामानों पर 25% tariff लगाने की खबर आते ही Sensex और Nifty बुरी तरह टूट गए, जिससे investors में चिंता का माहौल है।

भारतीय share market के लिए अगस्त महीने की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। US सरकार की एक खबर ने बाजार में हड़कंप मचा दिया, जिसमें भारतीय सामानों पर 25% का भारी-भरकम tariff लगाने की पुष्टि की गई। इस ऐलान के बाद बाजार में चौतरफा बिकवाली हावी हो गई और दिन के अंत में BSE Sensex और NSE Nifty 50, दोनों ही main indices बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए।
बाजार में गिरावट की बड़ी वजह क्या थी?
शुक्रवार, 1 अगस्त 2025 को, भारतीय share market लाल निशान में बंद हुआ। BSE Sensex 585.67 points (0.72%) गिरकर 80,599.91 पर, जबकि NSE Nifty 50 index 203.00 points (0.82%) की गिरावट के साथ 24,565.35 पर बंद हुआ।
इस बड़ी गिरावट का मुख्य कारण US प्रेसिडेंट द्वारा एक executive order पर साइन करना है, जिसमें भारत समेत 69 देशों पर नए tariffs लगाने की घोषणा की गई है। भारत से export होने वाले सामानों पर 25% का tariff लगाया जाएगा, जो 7 अगस्त, 2025 से लागू होगा। इस खबर ने उन sectors में डर पैदा कर दिया है जिनका बड़ा revenue अमेरिकी बाजार से आता है। इसी वजह से Foreign Institutional Investors (FIIs) ने भी भारी बिकवाली की। गुरुवार को FIIs ने ₹5,588 करोड़ की net selling की थी।
किन Sectors पर पड़ी सबसे ज्यादा मार?
Tariff की इस खबर का सबसे गहरा असर उन sectors पर पड़ा जो export पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं।
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Pharma Sector: यह sector सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। Nifty Pharma index में 3.33% की भारी गिरावट दर्ज की गई। Sun Pharma का share 4.54% टूटकर Nifty का top loser बना। इसके अलावा, Dr. Reddy’s Laboratories (-3.85%) और Cipla (-3.19%) जैसे बड़े stocks में भी भारी बिकवाली देखी गई। US भारतीय दवा कंपनियों के लिए सबसे बड़ा market है, इसलिए इस sector पर असर सबसे ज्यादा दिख रहा है।
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IT और Metal Sectors: Pharma के अलावा, Nifty IT index में 1.85% और Nifty Metal index में 1.97% की गिरावट आई। इन sectors की कंपनियां भी US market से काफी revenue कमाती हैं।
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कौन रहा मजबूत? इस गिरावट के दौर में भी Nifty FMCG (0.69%) जैसे कुछ defensive sectors हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहे। Trent (3.21%), Eicher Motors (2.21%), और Asian Paints (1.58%) Nifty के top gainers रहे, जो मजबूत domestic demand को दिखाता है।
Retail Investors के लिए इसके क्या मायने हैं?
यह घटना global trade tensions का एक बड़ा उदाहरण है और यह दिखाती है कि कैसे international policies सीधे आपके investment को प्रभावित कर सकती हैं।
- Volatility बढ़ेगी: जब तक tariff को लेकर स्थिति साफ नहीं हो जाती, market में उतार-चढ़ाव (volatility) बना रह सकता है। India VIX, जो बाजार की volatility को मापता है, आज 3.74% चढ़ गया, जो investors की बढ़ती चिंता को दिखाता है।
- Portfolio पर ध्यान दें: अगर आपके portfolio में Pharma और IT जैसे export-oriented stocks का बड़ा हिस्सा है, तो आपको सतर्क रहना चाहिए।
- Domestic Consumption पर नजर: FMCG और Auto जैसे domestic consumption पर आधारित sectors इस तरह के बाहरी झटकों से कुछ हद तक सुरक्षित रह सकते हैं।
आगे क्या हो सकता है?
- 7 अगस्त, 2025: यह tariff लागू होने की तारीख है। इस तारीख के आसपास market में और हलचल देखने को मिल सकती है।
- सरकार का जवाब: भारतीय सरकार इस tariff पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या बातचीत की कोई संभावना बनती है, इस पर नजर रखना जरूरी होगा।
- Nifty के Technical Levels: Market experts के अनुसार, Nifty के लिए 24,400 - 24,500 का zone एक अहम support level है। अगर market इससे नीचे जाता है, तो और गिरावट आ सकती है।
कुल मिलाकर, बाजार में अभी अनिश्चितता (uncertainty) का माहौल है। Investors को सलाह दी जाती है कि वे घबराहट में कोई फैसला न लें और किसी भी investment से पहले अपनी research पूरी करें।
यह लेख केवल जानकारी के लिए है और इसे निवेश की सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपनी research जरूर करें।
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Investments in the securities market are subject to market risks, read all the related documents carefully before investing.
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